मध्य प्रदेश से दो दो सांसदों के पत्र जाने के बावजूद भी केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार एवं परिवार कल्याण विभाग में ग्वालियर निवासी तरुण शाक्य दर दर की ठोकर खाकर परेशानियों का सामना कर रहे हैं

ग्वालियर से एम्स में इलाज कराने के लिए पहुंचे सुरेश शाक्य नयापुरा तारागंज जिला ग्वालियर का  प्रेषित आवेदन मूलतः संलग्न कर ग्वालियर संसद सदस्य लोकसभा विवेक नारायण शेजवलकर द्वारा श्री सर्वेश टंडन जी विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री भारत सरकार को आवेदक द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार आवेदक की पत्नी श्रीमती सुषमा शाक्य लीवर सिरोसिस रोग से ग्रसित है गंभीर स्वास्थ्य को देखते हुए वह अपना उपचार अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली में कराना चाहते हैं आवेदन पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र उपचार करने की अनुशंसा की थी वही " alt="" aria-hidden="true" />अतिरिक्त निजी सचिव कृषि एवं किसान कल्याण ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज मंत्री भारत सरकार कृषि भवन नई दिल्ली द्वारा भी प्रोटोकोल ऑफीसर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली को पत्र लिखकर अवगत कराते हुए लिखा कि माननीय श्री नरेंद्र सिंह तोमर केंद्रीय मंत्री कृषि एवं किसान कल्याण ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज्य के परिचित नथपुरा तारागंज मध्य प्रदेश निवासी श्रीमती सुषमा शाक्य पत्नी श्री सुरेश शाक्य उम्र 54 वर्ष रोग ग्रसित है अतः आपसे विनम्र अनुरोध है कि मरीज का उपचार करवाने में आवश्यक सहयोग करने का कष्ट करें इस प्रकार ग्वालियर, मध्य प्रदेश से दो दो सांसदों के पत्र जाने के बावजूद भी केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार एवं परिवार कल्याण विभाग में ग्वालियर निवासी तरुण शाक्य दर दर की ठोकर खाकर परेशानियों का सामना कर रहे हैं जहां पर कोई भी डॉक्टर किसी से बात करने के लिए तैयार नहीं है नहीं कुछ सुनते हैं ना ही कुछ कहते हैं इतनी लापरवाही चल रही है कि तरुण शाक्य केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग में जाकर रो रो कर अपना समय बिता रहे हैं जबकि वहां पर पदस्थ चिकित्सकों ने मरीज को भर्ती करने की बजाय सीरियस हालत में ही रेफर कर दिया है लेकिन तरुण शाक्य द्वारा काफी अनुनय विनय कर निवेदन किया गया लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के चिकित्सक एक भी सुनने को तैयार नहीं है