कलेक्टर ने कहा कि नर्मदा गौ-कुंभ का आयोजन केवल शासकीय आयोजन बनकर न रहे, इसमें सभी शहरवासियों की सहभागिता हो, प्रशासन इसमें अपनी तरफ से पूरे प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि आम नागरिक अथवा संगठन इस आयोजन में यातायात नियंत्रण, वाहन पार्किंग, भण्डारों के आयोजन, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कार्यक्रमों में सहभागिता निभाकर भी अपना सहयोग दे सकते हैं।
श्री यादव ने बैठक में नर्मदा गौ-कुंभ के दौरान धार्मिक कार्यक्रमों के साथ-साथ प्रतिदिन आयोजित किये जाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों की जानकारी भी दी। उन्होंने बताया कि बाहर से आ रहे कलाकारों, लोक नर्तक मंडलियों के साथ-साथ सांस्कृतिक आयोजनों में स्थानीय कलाकारों को भी अपनी कला का प्रस्तुत करने का पूरा अवसर उपलब्ध कराया जायेगा। कलेकटर ने कहा कि नर्मदा गौ-कुंभ में प्रतिदिन स्वच्छता, जल संरक्षण, राष्ट्रपिता गांधी जी के विचारों एवं अन्य सामयिक विषयों पर युवाओं के लिए कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं ताकि वे अपनी संसकृति और परंपराओं से अच्छी तरह परिचित हो सकें। इन कार्यक्रमों में रांगोली, ट्रेकिंग, नर्मदा ट्रेल, धार्मिक वेशभूषा, चित्रकारी, निबंध-लेखन आदि शामिल होंगे।
श्री यादव ने बैठक में बताया कि नर्मदा गौ-कुंभ के दौरान माँ नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक से भरूच तक के घाटों, संस्कृति परंपराओं एवं खान-पान पर आधारित प्रदर्शनी लगाई जा रही है। इसके अलावा पशु चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय के माध्यम से पंचगव्य उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी तथा उन्नत नस्ल के गौवंश का प्रदर्शन भी किया जायेगा।
बैठक में नगर निगम आयुक्त आशीष कुमार, अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित एवं संदीप जीआर, जेटीपीसी के सीईओ हेमंत सिंह, श्री हिमांशु खरे, शरद काबरा, डॉ. जीतेन्द्र जामदार सहित विभिन्न सामाजिक, साहित्यिक सांस्कृतिक एवं स्वयंसेवी संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद थे।
नर्मदा गौ-कुंभ