प्रदेश में वनों की उत्पादकता बढ़ाने और वन क्षेत्रों के बाहर सामुदायिक एवं निजी भूमि पर वनीकरण कार्य के लिये प्रत्येक कृषि

  प्रदेश में वनों की उत्पादकता बढ़ाने और वन क्षेत्रों के बाहर सामुदायिक एवं निजी भूमि पर वनीकरण कार्य के लिये प्रत्येक कृषि जलवायु प्रक्षेत्र में बैतूल, भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, झाबुआ, खण्डवा, रतलाम, रीवा, सागर एवं सिवनी में अनुसंधान एवं विस्तार वृत्त स्थापित हैं। इन 11 वृत्त में 14 महिला वन क्षेत्रपाल, 12 महिला वनपाल और 80 महिला वन रक्षक कार्यरत हैं। इनमें बैतूल वृत्त में 2 वनपाल और 5 वन रक्षक, भोपाल में 3-3 वन क्षेत्रपाल, वनपाल और 10 वन रक्षक, ग्वालियर में एक वन क्षेत्रपाल, 7 वन रक्षक, इंदौर में 3 वन क्षेत्रपाल, 4 वनपाल और 9 वन रक्षक, जबलपुर में 2 वन क्षेत्रपाल, एक वनपाल और 6 वन रक्षक, झाबुआ में 5 वन रक्षक, खण्डवा में 2 वन क्षेत्रपाल, एक वनपाल और 7 वन रक्षक, रतलाम में एक वन क्षेत्रपाल, 3 वन रक्षक, रीवा में एक वन रक्षक, सागर में 9 वन रक्षक और सिवनी में 2 वन क्षेत्रपाल, एक वनपाल और 18 वन रक्षक शामिल हैं।
    महिला वनकर्मियों के लिये नर्सरियों में पीने का साफ पानी, शौचालय और बच्चों के लिये झूलाघर की भी व्यवस्था की जाती है। समय-समय पर स्वास्थ्य शिविर लगाकर उनका ब्लड प्रेशर, शुगर आदि स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। रोपणियों में महिलाओं के लिये 82 प्रसाधन बनाये जा चुके हैं। शेष रोपणियों में कार्य प्रगति पर है। पीने के लिये आरओ वाटर की व्यवस्था है।