मुख्यमंत्री कमल नाथ ने युवा पीढ़ी से कहा है कि सामाजिक कुरीतियों को समाप्त कर भारतीय मूल्यों और संस्कारों को आत्मसात करें। हमारे देश के अस्तित्व के लिए यह जरूरी है। श्री कमल नाथ आज छिंदवाड़ा में सभी धर्मों और दिव्यांगजनों के सामूहिक विवाह सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन में एक साथ 3 हजार 353 जोड़ों का विवाह होने से यह सम्मेलन गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सम्मेलन भारत की विविध संस्कृति का प्रतीक है। यहाँ हिन्दू, मुस्लिम, बौद्ध परंपरओं के साथ ही दिव्यांगजन भी परिणय सूत्र में बंधने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यही संस्कृति हमारी सबसे बड़ी शक्ति है, जो भारत को पूरे विश्व में महान राष्ट्र बनाती है। उन्होंने कहा कि विभिन्न धर्मों, जातियों, भाषाओं के साथ भाईचारे की भावना से एकजुट रहने की हमारी यह विशेषता अक्षुण्ण बनी रहे, यह दायित्व युवा पीढ़ी का है।
कमल नाथ ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाने की एक बड़ी चुनौती हमारे सामने है। उन्होंने कहा कि शिक्षा में गुणवत्ता जरूरी है।
सामाजिक कुरीतियों को समाप्त कर भारतीय मूल्यों और संस्कारों को आत्मसात करें