अब बाढ़ हो या बारिश, उत्तर बिहार में एलपीजी की किल्लत नहीं होगी। अक्सर ऐसा होता है कि बाढ़ में पुल-सड़क टूट जाने के बाद सप्लाई बाधित हो जाती है। लेकिन, इससे जल्द निजात मिल सकेगी।
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के मुजफ्फरपुर बॉटलिंग प्लांट को पारादीप (ओडिशा), हल्दिया व दुर्गापुर (पश्चिम बंगाल) एलपीजी पाइप लाइन से दो-तीन माह के अंदर जोड़ दिया जाएगा। फिर मुजफ्फरपुर वितरण स्टेशन को गैस मिलने लगेगी और यहीं से 10 जिलों को एलपीजी सिलेंडर की सप्लाई शुरू हो जाएगी। इससे उत्तर बिहार व नेपाल के लोगों को एलपीजी की आपूर्ति में समस्या नहीं होगी। यही नहीं, इसके बाद दूसरे फेज में घरों तक भी पाइप लाइन से पीएनजी गैस की सप्लाई होने लगेगी। हालांकि, यह परियोजना साल के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है।
पारादीप-दुर्गापुर के बाद पाइप लाइन का भागलपुर, मुंगेर, बरौनी से मुजफ्फरपुर तक विस्तार किया जा रहा है। आईओसीएल के पूर्वी क्षेत्र पाइप लाइन प्रभाग के अनुसार, इसमें मुजफ्फरपुर से समस्तीपुर तक 15-17 किमी. में एवं समस्तीपुर से बरौनी के बीच 12 किमी. में पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है। अगले माह के अंत तक इसे पूरा होने की उम्मीद है। शेरपुर स्थित मुजफ्फरपुर वितरण स्टेशन का काम भी अंतिम चरण में है। पाइपलाइन ऑगमेंटेशन प्रोजेक्ट दो साल में पूरा करने का लक्ष्य था, जो अगले माह पूरा हो रहा है। दरअसल, बॉटलिंग प्लांट में फिलहाल बुलेट (वाहन पर लदे टैंक) से गैस की सप्लाई होती है। पाइप लाइन से सप्लाई होने पर गैस लाने की समस्या खत्म हो जाएगी। वहीं, यह ज्यादा सुरक्षित होगा।